Cibil Score Thik Kaise Kare? | जानिए सिबिल स्कोर को ठीक कैसे करें? – 4 Methods

Cibil Score Thik Kaise Kare? : भारत में किसी व्यक्ति की क्रेडिट योग्यता का मूल्यांकन उसके क्रेडिट इतिहास के आधार पर किया जाता है और जो कंपनी इस क्रेडिट स्कोर को मैनेज करती है उसे क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड, जिसे आमतौर पर CIBIL के नाम से जाना जाता है। CIBIL की शुरुआत सन् 2000 में की गई थी। CIBIL स्कोर एक क्रेडिट स्कोर होता है जो आमतौर पर 300 से 900 तक होता है।

CIBIL स्कोर की शुरूआत ने ऋण देने की प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता ला दी है जिससे ऋणदाताओं के क्रेडिट स्वास्थ्य को समझने और इसे सुधारने के लिए मानक तक किया गया है। एक उच्च सिबिल स्कोर न केवल ऋण मंजूरी की संभावना को बढ़ाता है बल्कि लोन लेने वाले व्यक्तियों को बेहतर ब्याज दरों पर लोन भी मुहैया कराता है।

दोस्तों आज के इस लेख में हम लोग जानेंगे कि सिबिल स्कोर को कैसे इंप्रूव करते हैं? सिबिल स्कोर कम होने का कारण क्या है? साथ ही सिविल स्कोर को अच्छा बनाए रखने के लिए टिप्स भी देंगे। दोस्तों इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपको एक सही जानकारी मिल सके।

दोस्तों सिबिल स्कोर को इंप्रूव कैसे करते हैं यह समझने से पहले हमें यह समझना होगा कि आखिर सिबिल स्कोर कम होने का कारण क्या है? मैं आपको चार ऐसे प्रमुख फैक्टर बताऊंगा जिसके वजह से आपका क्रेडिट स्कोर कम होता है।

सिबिल स्कोर कम होने के 4 प्रमुख कारण : 4 Main Reasons For Low CIBIL Score

Cibil Score Thik Kaise Kare? | जानिए सिबिल स्कोर को ठीक कैसे करें? - 4 Methods

सिबिल स्कोर कम होने के 4 प्रमुख कारण नीचे दिए गए है :-

1. अविलंबित भुगतान : अगर आप किसी लोन या क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर न होने के कारण क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। साथ ही क्रिएट कार्ड का Minimum Due Amount ka भुगतान करने पर कर क्रेडिट स्कोर पर असर होता है इसलिए हमेशा फुल अमाउंट का ही पेमेंट करें।

2. अधिक क्रेडिट कार्ड लिमिट का उपयोग : आपके मासिक सैलरी से अधिक क्रेडिट कार्ड या लोन का इस्तेमाल करने से भी सिबिल स्कोर कम हो सकता है। इसके अलावा अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट ₹50000 है और आपने उसका 80% ज्यादा इस्तेमाल कर लिया है तो भी सिबिल स्कोर कम हो सकता है।

3. नए क्रेडिट अनुरोधों की बढ़ती संख्या : कई बार हम लोग ऑनलाइन वेबसाइट या ऐप के माध्यम से नए क्रेडिट कार्ड या ऋण के लिए अप्लाई करते रहते हैं लेकिन ऐसा बार बार करने से आपका सिबिल स्कोर कम हो सकता है।

4. क्रेडिट रिपोर्ट में त्रुटियों की मौजूदगी : कभी-कभार, क्रेडिट रिपोर्ट में कई गलतियां होती हैं जो सिबिल स्कोर को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए इसे समय-समय पर जांचा जाना चाहिए।

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दोस्तों ऊपर हमने आपको 4 ऐसे फैक्टर के बारे में जानकारी दी है जिससे आपका सिबिल स्कोर कम होता है। चलिए हम लोग अभी जानते हैं कि अगर आपका सिबिल स्कोर खराब यानी काफी कम हो चुका है तो आप उसे कैसे ठीक कर सकते हैं? हालांकि इस सिबिल स्कोर को ठीक होने में कई महीनो तक का समय भी लग सकता है।

दोस्तों अगर आपने इन पॉइंट्स को ध्यान में रखते हुए अपने क्रेडिट हिस्ट्री को मैनेज कर लिया तो संभवत: आपका भी सिबिल स्कोर ठीक हो सकता है? इसके बाद आप किसी भी प्रकार का लोन जैसे: होम लोन, होम कंस्ट्रक्शन लोन, पर्सनल लोन, कार लोन, क्रेडिट कार्ड आदि के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

सिबिल स्कोर को ठीक कैसे करें? – Cibil Score Thik Kaise Kare?

Cibil Score Thik Kaise Kare? | जानिए सिबिल स्कोर को ठीक कैसे करें? - 4 Methods

सिबिल स्कोर को ठीक कैसे करें? – Cibil Score Thik Kaise Kare? अगर आपने नीचे दिए गए सभी स्टेप्स को फॉलो कर लिया तो आपके सिबिल स्कोर जरूर बढ़ने लगेगा।

1. समय पर भुगतान करें

अगर आप क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं तो हर महीने की ड्यू डेट से पहले ही अपनी ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करने से आपके सिबिल स्कोर बढ़ सकता है। आप अपने क्रेडिट कार्ड की पेमेंट करने के लिए ऑटो डेबिट का ऑप्शन लगा सकते है जिससे Due Date के दिन आपके बैंक अकाउंट से ऑटोमेटिक पेमेंट हो जाएगी और आपको तारीख याद करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।

इसके अलावा बहुत से लोग सिबिल स्कोर को बढ़ाने के लिए कई प्रकार के लोन ले लेते हैं और कई बार हमें ईएमआई की तारीख याद नहीं रहता है। अगर आपने कोई लोन लिया है तो उसकी ईएमआई का भुगतान भी समय पर होना चाहिए। मान लीजिए हर महीने की 5 तारीख को ईएमआई जाती है तो आपको 4 तारीख को ही पैसा अपने बैंक अकाउंट में रखना होगा।

2. क्रेडिट कार्ड यूटिलाइजेशन

अगर आप एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते है और जितने भी क्रेडिट कार्ड है तो क्रेडिट कार्ड की टोटल लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। अगर आप क्रेडिट कार्ड की कुल लिमिट का 30% या उससे कम खर्च करते हैं तो आपका सिबिल स्कोर इंप्रूव होगा। इसके अलावा बहुत से लोग एक क्रेडिट कार्ड की पेमेंट दूसरे क्रेडिट कार्ड से करते हैं जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे आपका सिबिल स्कोर कम हो सकता है। इसके अतिरिक्त क्रेडिट कार्ड से कैश निकासी भी नहीं करना चाहिए। अगर कोई इमरजेंसी है तब ही करें।

3. क्रेडिट कार्ड को बंद ना करें

अगर आपने कोई पुराना क्रेडिट कार्ड ले रखा है और उसे क्रेडिट कार्ड को बंद करवा कर एक नए क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते है तो आपको जो सिबिल स्कोर कम होगा। इसलिए आपको पुराना क्रेडिट कार्ड बंद नहीं करवाना है। इसका एक सिंपल उपाय है कि आप जिस क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं और उसका Annual चार्ज लग रहा है तो आप बैंक से बात कीजिए और बैंक से बात करने के बाद उसका Annual चार्ज कम करवा लो या कार्ड को अपडेट करवा लो लेकिन क्रेडिट कार्ड को बंद मत करो। अगर आप पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद करवाते हो तो आपका सिबिल स्कोर भी कम होगा।

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4. वेबसाइट और ऐप पर इंक्वायरी करना

अगर आप भी क्रेडिट कार्ड या लोन लेने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट और ऐप इंक्वायरी करते हो और जाहिर सी बात है कि आप अपना पैन कार्ड नंबर भी देते होंगे तो बैंक आपका क्रेडिट स्कोर चेक करता है जिससे आपका सिबिल स्कोर भी कुछ पॉइंट्स कम होता है। जब भी आपको क्रेडिट कार्ड या लोन की वाकई में जरूरत हो तो ही आप ऑनलाइन वेबसाइट या अप के माध्यम से इंक्वारी करें जिससे आपका क्रेडिट स्कोर डाउन नहीं होगा। क्रेडिट कार्ड में भी कुछ बैंक ऐसे है जो क्रेडिट कार्ड या लोन लेने पर हार्ड इंक्वारी करते हैं जैसे कि सिटी बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक

अगर आपने 3 महीने के अंदर दो-तीन क्रेडिट कार्ड और एक-दो लोन के लिए अप्लाई कर दिया तो सिबिल स्कोर डाउन होगा और नेगेटिव इंपैक्ट भी होगा।

निष्कर्ष/Conclusion

दोस्तो भारत में बहुत से लोग लोन लेते है चाहे वह घर बनाने के लिए होम कंस्ट्रक्शन लोन हो, नई गाड़ी लेने के लिए कार लोन हो या बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन हो। लेकिन इस लोन लेने के चक्कर में हम यह भूल जाते हैं कि हमारी मासिक सैलरी पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
आपको बता दें कि लोन लेना बुरी बात नहीं है लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि लोन की ईएमआई आपकी मंथली सैलरी से 40% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

मान लीजिए अगर आपकी मंथली सैलरी ₹50000 है तो आपको कोशिश करनी चाहिए आपकी सभी क्रेडिट कार्ड या लोन की ईएमआई कुल मिलाकर ₹20000 से कम होनी चाहिए। इसके अलावा सभी क्रेडिट कार्ड और लोन को समय पर भुगतान करते रहें और क्रेडिट कार्ड की पेमेंट Minimum Due Amount ना करके Full Amount में कीजिए।

अगर किसी एक या दो महीने आपके पास सही में पैसे नहीं है तो मिनिमम ड्यू को जरूर पेमेंट करें क्योंकि अगर आप मिनिमम ड्यू पे नहीं करेंगे तो वह डिफॉल्ट अकाउंट हो जाएगा जिससे आपका सिबिल स्कोर बहुत ज्यादा गिर जायेगा और भविष्य में क्रेडिट कार्ड या लोन लेने में आपको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको सिबिल स्कोर के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि वह भी इस जानकारी को समझ सकें। और अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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