चल और अचल संपत्ति क्या है? – अगर आप रियल स्टेट क्षेत्र में रुचि रखते हैं तो आपने देखा होगा कि संपत्ति से जुड़े कुछ शब्द अक्सर चर्चा में रहते हैं। कुछ चीजों के बारे में तो हमें पता होता है लेकिन कई चीज ऐसी होती है जिनके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं होती है। कई बार इनका सही मतलब ना होने की वजह से भ्रम की स्थिति बनी रहती है। आज के इस लेख में हम लोग चल संपत्ति और अचल संपत्ति के बारे में बात करने वाले हैं। कई बार लोग यह इन दोनों को एक जैसा समझ लेते हैं जबकि ऐसा नहीं होता है।
संपत्ति स्थानांतरण अधिनियम 1882 में भारत सरकार द्वारा बनाया गया एक कानून है जिसमे भारतीय कानून प्रणाली के तहत संपत्तियों को दो श्रेणियां में बांटा गया है।
आपको बता दे की भारत में संपत्ति स्थानांतरण अधिनियम 1882 के अनुसार संपत्ति के दो प्रकार होते हैं।
- चल संपत्ति
- अचल संपत्ति
क्या आप इन दोनो प्रकारों को लेकर भ्रमित हैं? यह लेख आपको चल और अचल संपत्ति के बीच अंतर समझने में मदद करेगा तो सबसे पहले बात करते हैं कि चल संपत्ति क्या होती है? – What Is Movable Property?
चल संपत्ति क्या होती है? – What Is Movable Property?
ऐसी चीज़ जो धरती से जुड़ी हुई नहीं है और उसे कहीं भी एक जगह से दूसरी जगह पर आसानी से ले जाया जा सकता है। जैसे – पैसा, मोबाईल, लैपटॉप, गाडी, आभूषण, कंप्यूटर और अन्य मूल्यवान चीजें वह एक चल संपत्ति (Movable Property) होती है।
चल संपत्ति (Movable Property) – चल संपत्ति को अंग्रेजी में Movable Property कहते हैं। मूवेबल प्रॉपर्टी यानी कि चल संपत्ति वह संपत्ति होती हैं जिन्हें आप एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से लेकर जा सकते हैं। अगर आपके घर में कोई कीमती वस्तु है और आप उसे कहीं और ले जाना चाहते है तो वह एक चल संपत्ति कहलाती है। इस संपत्ति को हम एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर जा सकते हैं। चल संपत्ति में किसी संपत्ति की उसकी गुणवत्ता क्षमता या मात्रा में कोई बदलाव किए बिना एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। जैसे – कार, मोबाइल, लैपटॉप, गहने व आभूषण, मोटरसाइकिल, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं आदि।
अचल संपत्ति क्या होती है? – What Is Immovable Property?
अचल संपत्ति (Immovable Property) – अचल संपत्ति को अंग्रेजी में Immovable Property कहते हैं। इम्यूवेबल प्रॉपर्टी यानी की अचल संपत्ति वह संपत्ति होती है जो आप एक जगह से दूसरी जगह पर लेकर नहीं जा सकते है। जैसे – जमीन, मकान, घर, दुकान, कारखाना या आपके पेड़ पौधे आदि। ये सभी चीजें आप एक जगह से दूसरी जगह लेकर नहीं जा सकते है, इन्हीं को हम अचल संपत्ति कहते हैं। अचल संपत्ति का मतलब उस संपत्ति से है जिसे स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है। इसे बदलने या नष्ट करने के बाद ही इसे स्थानांतरित किया जा सकता है।
ऊपर हमने जाना की चल संपत्ति और अचल संपत्ति क्या होती है और इनको कुछ उदाहरण को भी हमने देखा। दोस्तों चल संपत्ति का कोई प्रकार नहीं होता है लेकिन अचल संपत्ति तीन प्रकार के होते हैं।
अचल संपत्ति के प्रकार (Types Of Immovable Property)
- आवासीय (रहने के लिए)
- वाणिज्यक (बिजनेस के लिए)
- औद्योगिक (कारखानों के लिए)
- कृषि भूमि (कृषि के लिए)
आवासीय संपत्ति (Residential Property)
इस संपत्ति का उपयोग रहने के लिए किया जाता है। जब कोई हम मकान, फ्लैट, इंडिपेंडेंट हाउस और बिल्डर फ्लोर खरीदने हैं तो हम उसका उपयोग रहने के लिए करते हैं जिसे हम आवासीय संपत्ति कहते हैं।
वाणिज्यिक संपत्ति (Commercial Property)
इस संपत्ति का उपयोग किसी छोटे मोटे बिजनेस के लिए किया जाता है। कोई दुकान, ऑफिस स्पेस, मॉल, शॉपिंग कोपलेक्स जैसे संपत्ति वाणिज्यिक संपत्ति के अंतर्गत आती है जिसका इस्तेमाल हम लोग व्यवसाय के लिए करते हैं।
औद्योगिक (Industrial Property)
औद्योगिक संपत्ति एक अचल संपत्ति का प्रकार है। इस संपत्ति के अंतर्गत बड़े-बड़े कारखाने, फैक्ट्री और अन्य कंपनियां आती है जिसका इस्तेमाल किसी चीज का मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए किया जाता है।
कृषि भूमि (Agricultural Land)
इस अचल संपत्ति का उपयोग कृषि करने के लिए किया जाता है। भारत में जितने भी अनाज या डालें उगाई जाती हैं वह इसी संपत्ति के द्वारा उगाई जाती है। भारत में यह अचल संपत्ति सबसे ज्यादा पाई जाती है। भारत में कुल भूमि क्षेत्र का लगभग 60 प्रतिशत कृषि प्रयोजन के लिए उपयोग किया जाता है।
दोस्तों ऊपर हमने चल संपत्ति और अचल संपत्ति क्या होते हैं और उनके प्रकार के बारे में जानकारी देने की कोशिश की है। अब हम यह जानते हैं कि चल संपत्ति और अचल संपत्ति में कौन सा खरीदना एक बेहतर विकल्प है?
चल संपत्ति और अचल संपत्ति – कौन सा लेना बेहतर है? – Which One Is Better?
अगर आप अपनी पूंजी को सही जगह निवेश करना चाहते हैं तो आप घर अचल संपत्ति में इन्वेस्ट कर सकते हैं। इससे आपके पैसे डूबने का डर भी नहीं रहता और कुछ वक्त गुजर जाने के बाद आपको इस संपत्ति से दोगुना लाभ मिल सकता है। चल संपत्ति में कुछ दिन गुजारने के बाद उसकी वैल्यू कम होने लगती है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने एक मोटरसाइकिल 1 लाख में खरीदी है और आप उसे 5 साल बाद बेचेंगे तो उसकी वैल्यू 40 हजार के आस पास भी नहीं होगी। इसलिए हमेशा अचल संपत्ति जैसे प्लॉट, मकान या दुकान में ही निवेश करना चाहिए। यह आपको कुछ ही सालों में अच्छा रिटर्न देंगे।
फिर भी अगर आप चल संपत्ति में निवेश करना चाहते हैं तो ज्वेलरी या कीमती आभूषण खरीद सकते हैं। चल संपत्ति में आभूषण ही एक ऐसा संपत्ति है जहां निवेश करने पर आपको एक अच्छा रिटर्न देखने को मिल सकता है बाकी लगभग सभी चल संपत्ति जैसे – कार, मोटरसाइकिल, लैपटॉप, मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं आदि इनमें निवेश करना एक घाटे का सौदा है।
निष्कर्ष/Conclusion
दोस्तों किसी अचल संपत्ति पर आप आसानी से होम लोन प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि यह एक निश्चित स्थान पर मौजूद होती है। ऊपर दी गई सभी जानकारी को पढ़ने के बाद आपको समझ में आ गया होगा कि चल और अचल संपत्ति क्या होती है? अचल संपत्ति कितने प्रकार के होते हैं और चल और अचल संपत्ति में कौन सा लेना बेहतर है? इन सभी टॉपिक के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल गई होगी।
दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।