इंडिपेंडेंट हाउस किसे कहते हैं? – What Is Independent House In Hindi | जानिए 5 बड़े अंतर

What Is Independent House : आज के समय में अधिकतर लोग गांवों से बड़े शहरों की और पलायन कर रहें हैं, जिस कारण शहरों में जनसंख्‍या वृद्धि होना तथा भूमि की कमी होना भी स्‍वभाविक है। ऐसी स्थिति में प्रत्‍येक व्‍यक्ति के पास अपना इंडिपेंडेंट हाउस होना संभव नहीं है, इसलिए लोग इंडिपेंडेंट हाउस की अपेक्षा अपार्टमेंट खरीदना ज्‍यादा पसंद करते हैं। परंतु अपार्टमेंट में उन्हें घर की छत तो मिल जाती है लेकिन जमीन पर उनका कोई अधिकार नहीं होता है। दोस्तों इसलिए लोग अब अपार्टमेंट के बजाय इंडिपेंटेंट हाउस को ज्यादा अहमियत दे रहे हैं।

आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे की इंडिपेंडेंट हाउस किसे कहते हैं?, बिल्डर फ्लोर और इंडिपेंडेंट हाउस में क्या फर्क है? और इंडिपेंडेंट हाउस खरीदने के फायदे और नुकसान क्या है? इन सभी विषयों पर हम आपको जानकारी देंगे इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
सबसे पहले जानते हैं कि इंडिपेंडेट हाउस क्या होता है? – What Is Independent House?

इंडिपेंडेंट हाउस किसे कहते हैं? – What Is Independent House?

इंडिपेंडेंट हाउस एक व्यक्तिगत आवास होता है। यह इंडिपेंडेंट हाउस किसी बड़े आवास या अपार्टमेंट परियोजना का हिस्सा नहीं माना जाता है। इंडिपेंडेंट हाउस गांव या शहर दोनो में स्थित हो सकता है। यह आमतौर पर व्यक्तिगत परिवारों के आवास के रूप में इस्तेमाल होता है। और उन्हें जमीन और बिल्डिंग पर पूर्णतः मालिकाना हक प्रदान करता है।

इंडिपेंडेंट हाउस आसान भाषा में :– जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इंडिपेंडेंट का मतलब स्वतंत्र और हाउस का मतलब घर या आवास होता है। इस तरह इंडिपेंडेंट हाउस में जमीन से लेकर पूरी बिल्डिंग तक आपकी होती है। आप ही उसके पूर्णतः मालिक होते है।

आमतौर पर आपने इंडिपेंडेंट हाउस देखा होगा जो लोकल कालोनियां होती हैं और वहां पर जो मकान बने होते हैं। उसी को हम इंडिपेंडेंट हाउस कहते हैं। चाहे वह छोटा प्लॉट हो या बहुत बड़ा प्लॉट हो इससे कोई फर्क नही पड़ता।

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मुझे लगता है कि अब आप समझ गए होंगे इंडिपंडेट हाउस क्या होता है? What Is Independent House? अब जानते हैं कि इंडिपेंडेंट हाउस और बिल्डर फ्लोर में क्या फर्क है? क्या यह दोनों एक ही है या अलग-अलग हैं?

इंडिपेंडेंट हाउस और बिल्डर फ्लोर में अंतर – Independent House VS Builder Floor

कई बार लोग बिल्डर फ्लोर को ही इंडिपेंडेट हाउस समझ लेते है जबकि बिल्डर फ्लोर एक अलग चीज है और इंडिपेंडेंट हाउस एक अलग चीज है। बिल्डर फ्लोर को इंडिपेंडेंट हाउस नहीं कहते हैं।

  1. बिल्डर फ्लोर में काफी सारे फ्लोर या मंजिल होते है और उन सभी फ्लोर के मालिक अलग-अलग होते हैं जबकि इंडिपेंडेंट हाउस में जमीन से लेकर पूरी बिल्डिंग आपकी होती है। वह पूरी बिल्डिंग का मालिक एक ही होता है और वह बिल्डिंग नीचे से लेकर ऊपर तक उसी के कब्जे में रहता है।
  2. इंडीपेंडेंट हाउस बिल्डर फ्लोर के मुकाबले महंगे होते है क्योंकि इसमें जमीन की लागत भी शामिल होती है।
    अधिकतर बिल्डर फ्लोर आपको शहरी क्षेत्रों में देखने को मिलेंगे जब इंडिपेंडेट हाउस गांव और शहरों दोनो में देखने को मिलेंगे।
  3. बिल्डर फ्लोर में आपको जितना जगह रहने के लिए मिला है उतने जगह में ही रहना पड़ेगा मतलब कि आप वहां पर कमरों की मात्रा नही बढ़ा सकते जबकि इंडिपेंडेंट हाउस में आप ऊपर एक मंजिल और घर बना सकते हैं।
  4. इंडीपेंडेंट हाउस में आप अपनी इच्‍छानुसार पार्किंग के लिए स्‍थान छोड़ सकते हैं। जबकि बिल्डर फ्लोर पर भूमि की कमी के कारण पार्किंग संभव नहीं हो पाती है।
  5. इंडीपेंडेंट हाउस में भवन का पुनःनिर्माण करने के लिए किसी विशेष अनुमति की आवश्‍यकता नहीं होती है। जबकि बिल्डर फ्लोर में आपको मूल मालिक की अनुमति लेना आवश्यक है।

अगर आप बिल्डर फ्लोर खरीदने की सोच रहें हैं तो यहाँ कुछ टॉप बिल्डर्स के नाम दिए गए हैं –

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भारत में टॉप बिल्डर्स – Top Builders in India

  1. Tata Housing
  2. Supertech
  3. ATS Green
  4. M3M India
  5. Emaar India
  6. Mahindra Lifespaces Developers
  7. Ajnara Group
  8. Eldeco Group
  9. BPTP Limited
  10. Lodha Group

 

इंडिपेंडेंट हाउस किसे कहते हैं? - What Is Independent House In Hindi | फायदे और नुकसान

इंडिपेंडेंट हाउस खरीदने के फायदे? – Advantages Of Independent House?

इंडिपेंडेंट हाउस खरीदने के कई फायदे होते हैं। निचे कुछ प्रमुख फायदे दिए गए है।

  • इंडिपेंडेंट हाउस शहरों के साथ साथ गांव में भी होते हैं जिन्हें कहीं भी बनाया जा सकता है।
  • इंडिपेंडेंट हाउस में खरीददार पूर्णतः मालिक होता है जिससे कई फैसले लेने में स्वतंत्रता होती है।
  • इंडिपेंडेट हाउस को अपने मनमुताबिक डिजाइन किया जा सकता है। इसमें हमे आजादी होती है।
  • इंडिपेंडेट हाउस में खरीददार के पास बेचने का अधिकार होता है।
  • इंडीपेंडेंट हाउस फ्लैट, बिल्डर फ्लोर से महंगा होता है जिससे शहरी क्षेत्रों में इस प्रकार की प्रॉपर्टी में निवेश का अच्छा विकल्प माना गया है।
  • इंडिपेंडेंट हाउस में मेंटेनेंस या रखरखाव शुल्क नहीं देना होता है।
  • अगर आप इंडीपेंडेंट हाउस में बैंको से ऋण लेना चाहते हैं तो आपको ऋण आसानी से मिल जाता है।
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इंडिपेंडेंट हाउस खरीदने के नुकसान – Disadvantages Of Independent House?

  • इंडिपेंडेंट हाउस को गांव में खरीदना एक अच्छा निवेश विकल्प नहीं है।
  • इंडिपेंडेंट हाउस काफी महंगे होते हैं जिससे हर किसी के लिए खरीदना आसान नहीं होता है।
  • सुरक्षा की दृष्टि से इंडिपेंडेंट हाउस में सुरक्षा आपको स्वयं ही करनी होती है।
  • इंडिपेंडेंट हाउस में स्विमिंग पूल, पार्क और प्लेग्राउंड यह सभी सुविधाएं नहीं मिलती है।
  • इंडीपेंडेंट हाउस में पावर बैकअप (Power Backup), विद्युत तथा जलीय व्‍यवस्‍था और अग्नि सुरक्षा इत्‍यादि जैसी आवश्‍यक सुविधाओं के लिए अतिरिक्‍त खर्चा करना पड़ सकता है।

दोस्तों ऊपर हमने जाना की इंडिपेंडेंट हाउस प्रॉपर्टी के क्या फायदे और नुकसान है। अब हम लोग जान लेते हैं कि इंडिपेंडेंट हाउस को खरीदना चाहिए या नहीं खरीदना चाहिए?

क्या इंडिपेंडेंट हाउस को खरीदना चाहिए? – Should You Buy An Independent House?

इंडिपेंडेंट हाउस खरीदने का फैसला व्यक्ति की आर्थिक स्थिति, आवश्यकताओं, और व्यक्तिगत पसंदों पर निर्भर करता है। यह एक महत्वपूर्ण निवेश हो सकता है, इसलिए आपको अपने आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखकर तय करना चाहिए कि क्या आपको इंडिपेंडेंट हाउस खरीदने का सामर्थ्य है। इंडिपेंडेट हाउस में आपको पूरी स्वतंत्रता मिलती है इसलिए इंडिपेंडेंट हाउस खरीदना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

निष्कर्ष / Conclusion

दोस्तों ऊपर हमने इंडिपेंडेंट हाउस से जुड़े हुए सभी पहलुओं पर एक-एक करके बात की और जाना की इंडिपेंडेंट हाउस क्या होते हैं? What Is Independent House ? जब भी आप इंडिपेंडेंट हाउस खरीदें तो इंडिपेंडेंट हाउस से जुड़े हुए सारे दस्तावेज की जांच पड़ताल अच्छे तरीके से करें और साथ ही प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री के साथ दाखिल ख़ारिज जरूर करवाएं ताकि बाद में आपको किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी का सामना न करना पड़े।

उम्मीद करता हूं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि वह भी जानकारी को समझ कर सही फैसला ले सके।
अगर आपके मन मे इस टॉपिक से जुड़े कोई सवाल हो तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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